डोनाल्ड ट्रंप का ‘टैरिफ वॉर’ कैसे दुनियाभर पर पड़ेगा भारी, अब क्या करेंगे कनाडा-चीन और मेक्सिको? 7 प्वाइंट में समझें सारी बात
आखरी अपडेट:
Donald Trump Tariff War Explained: डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, कनाडा और मेक्सिको से आयात होने वाली चीज़ों पर नए टैरिफ लगा दिए. ट्रंप के इस फैसले से नया व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है. तीनों देशों ने जवाबी का…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने चीन, कनाडा और मेक्सिको पर नए टैरिफ लगाए.
- कनाडा और मेक्सिको ने जवाबी टैरिफ की घोषणा की.
- चीन ने WTO में शिकायत दर्ज कराई.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के तीन सबसे बड़े कारोबारी साझेदारों-चीन, कनाडा और मेक्सिको-से आयातित सभी वस्तुओं पर नए और कड़े टैरिफ लगाने का आदेश दिया है. इस फैसले के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि तीनों देशों ने अमेरिकी दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया है और जवाबी कार्रवाई की घोषणा की है.
तो चलिये 7 प्वाइंट्स में जानते हैं यह पूरा विवाद और इसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है.
- ट्रंप का नया टैरिफ ऑर्डर क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कनाडा और मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया गया. कनाडा से आने वाले ऊर्जा संसाधनों पर 10% टैरिफ रखा गया. चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% टैरिफ लगाया गया. - टैरिफ क्यों लगाया गया?
ट्रंप प्रशासन का दावा है कि यह टैरिफ अवैध आप्रवासन और ड्रग्स तस्करी को रोकने के लिए लगाए गए हैं. ट्रंप ने कहा कि कनाडा, मेक्सिको और चीन को इन मुद्दों पर ‘जवाबदेह’ ठहराना जरूरी है. ट्रंप ने पहले भी अपने चुनावी अभियानों में अवैध आव्रजन और ड्रग्स तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाने का वादा किया था. - ट्रंप के ऐलान पर कनाडा का जवाब
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के आदेश को अनुचित बताते हुए जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया. ट्रूडो ने कहा कि कनाडा 107 बिलियन अमेरिकी डॉलर (155 बिलियन कनाडाई डॉलर) के अमेरिकी सामानों पर 25% टैरिफ लगाएगा. 30 बिलियन कनाडाई डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर यह टैरिफ मंगलवार से लागू होगा. शेष 125 बिलियन कनाडाई डॉलर के सामान पर 21 दिनों के भीतर शुल्क लगेगा. - मेक्सिको की प्रतिक्रिया
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने भी जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया. उन्होंने कहा, ‘हम टकराव नहीं चाहते, लेकिन मेक्सिको को अपने व्यापारिक हितों की रक्षा करनी होगी.’ शिनबाम ने अपने अर्थव्यवस्था मंत्री को “प्लान बी” लागू करने का निर्देश दिया, जिसमें टैरिफ और अन्य व्यापारिक प्रतिबंध शामिल होंगे. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किन अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. - चीन ने क्या कहा?
चीन ने अमेरिकी टैरिफ को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन करार दिया और इस पर मुकदमा दायर करने की घोषणा की. चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि “अमेरिका का यह कदम अनुचित और गैरकानूनी है. इससे चीन-अमेरिका व्यापारिक संबंधों को गहरा नुकसान पहुंचेगा. “चीन अपने हितों की रक्षा के लिए जवाबी कदम उठाएगा.’ - अमेरिका के लिए क्या खतरा?
अमेरिकी उपभोक्ताओं को महंगाई का सामना करना पड़ेगा. ऑटोमोबाइल और टेक इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ेगा, क्योंकि कई पुर्जे कनाडा और मेक्सिको से आते हैं. चीन, मेक्सिको और कनाडा से आयात होने वाले सामान महंगे हो जाएंगे, जिससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होगा. - वैश्विक व्यापार को कितना नुकसान?
ट्रंप के इस नए ऐलान से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के बीच व्यापार युद्ध बढ़ सकता है. अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चितता बढ़ेगी, जिससे शेयर बाजार में गिरावट आ सकती है. चीन, कनाडा और मेक्सिको अपनी सप्लाई चेन को अमेरिका से दूर अन्य देशों में शिफ्ट कर सकते हैं.
अमेरिका की तरफ से चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाने के फैसले ने एक नए व्यापार युद्ध की स्थिति बना दी है. कनाडा और मेक्सिको ने जवाबी टैरिफ लगाने का फैसला किया है. चीन ने WTO में शिकायत दर्ज कराई और अन्य कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी है. इससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ने की आशंका है. अगर जल्द ही राजनयिक समाधान नहीं निकला, तो यह व्यापार युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका दे सकता है.
नई दिल्ली,दिल्ली
02 फरवरी, 2025, 18:31 ist
ट्रंप का ‘टैरिफ वॉर’ कैसे दुनिया पर पड़ेगा भारी? 7 प्वाइंट में समझें सारी बात