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वेनेजुएला में पुतिन के दोस्त बने राष्ट्रपति तो भड़का अमेरिका, 25 मिलियन डॉलर का इनाम किया घोषित, जानें क्यों

आखरी अपडेट:

वेनेजुएला में निकोलस मादुरो तीसरी बार राष्ट्रपति बने हैं. राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अमेरिका ने उनके खिलाफ एक्शन लिया है. अमेरिका ने उनके खिलाफ 15 मिलियन डॉलर के इनाम को बढ़ाकर 25 मिलियन डॉलर कर दिया है.

हाइलाइट्स

  • वेनेजुएला में निकोलस मादुरो तीसरी बार राष्ट्रपति बने हैं
  • राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही अमेरिका ने एक्शन लिया
  • अमेरिकाने मादुरो पर इनाम की राशि बढ़ा दी है

काराकास: वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शुक्रवार को तीसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली, उनके शपथ लेते ही अमेरिका ने संकेत दे दिया है कि वह उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं करता है. अमेरिका ने उनके खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए इनाम की राशि बढ़ा दी है. 2013 से राष्ट्रपति पद संभाल रहे मादुरो को जुलाई चुनावों में विजेता घोषित किया गया था, लेकिन उनकी जीत पर गंभीर सवाल उठे. चुनाव की विस्तृत गिनती कभी सार्वजनिक नहीं की गई, जबकि विपक्ष ने दावा किया कि उनके नेता एडमंडो गोंजालेज ने भारी अंतर से जीत दर्ज की है.

गोंजालेज को अमेरिका समेत कई देशों ने निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दी है, जबकि अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने चुनाव प्रक्रिया को लोकतांत्रिक मानने से इनकार कर दिया. चुनाव के बाद गोंजालेज सितंबर में स्पेन चले गए, और उनकी सहयोगी मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला में छिपने पर मजबूर होना पड़ा. इस दौरान कई विपक्षी नेताओं और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. अमेरिकी सरकार ने मादुरो पर नशीले पदार्थों की तस्करी का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ इनाम की राशि 15 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 25 मिलियन डॉलर कर दी. ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कनाडा ने भी मादुरो सरकार के अधिकारियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं.

मादुरो का अमेरिका पर तंज
मादुरो ने शपथ ग्रहण के दौरान इन प्रतिबंधों का जिक्र करते हुए कहा, ‘अमेरिका की निवर्तमान सरकार नहीं जानती कि हमसे कैसे बदला लिया जाए.’ वेनेजुएला के संचार मंत्रालय ने इन प्रतिबंधों पर टिप्पणी पर कोई जवाब नहीं दिया. वहीं विपक्षी नेता गोंजालेज ने कहा है कि वह वेनेजुएला लौटकर राष्ट्रपति पद ग्रहण करेंगे. हालांकि मादुरो सरकार ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया है और उनकी सूचना देने पर एक लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की है. लंबे समय से छिपी हुई मचाडो ने गुरुवार को एक विरोध मार्च में हिस्सा लिया. कुछ समय के लिए उन्हें यहां हिरासत में ले लिया गया. उनकी पार्टी ने दावा किया कि उन पर हमला हुआ और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए मजबूर किया गया.

अलग-थलग पड़ा वेनेजुएला
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने अपने देश के आर्थिक पतन के लिए अमेरिकी नेतृत्व वाले प्रतिबंध को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं उनके विरोधी इसके लिए भ्रष्टाचार और आर्थिक कुप्रबंधन को जिम्मेदार मानते हैं. शुक्रवार को शपथ के बाद उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल शांति की अवधि होगा. उन्होंने कहा, ‘यह नया राष्ट्रपति कार्यकाल शांति, समृद्धि, समानता और नए लोकतंत्र का काल होगा.’ वेनेजुएला की ज्यादातर मीडिया को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी. दुनिया में वे अलग-थलग पड़ चुके हैं. मादुरो के पास ईरान, चीन और रूस सहित लिमिटेड सहयोगी बचे हैं. उनके शपथ ग्रहण के दौरान क्यूबा और निकारागुआ के ही राष्ट्रपति मौजूद थे.



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