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सूर्यकुमार यादव की खराब फॉर्म: भारतीय टी-20 कप्तान की चुनौतियाँ

आखरी अपडेट:

भारतीय कप्तानों पर इस समय शनि का काली छाया पड़ती नजर आ रही है. पहले टेस्ट के कप्तान रोहित शर्मा रन बनाने के लिए जूझ रहे थे और अब टी-20 के कप्तान सूर्यकुमार यादव भी उसी चपेट में फंसते नजर आ रहे है. सूर्या पिछली …और पढ़ें

टेस्ट और टी-20 के कप्तान लगातार हैं खराब फॉर्म से परेशन

हाइलाइट्स

  • भारतीय कप्तानों पर शनि की दशा का असर
  • सूर्यकुमार यादव का खराब फॉर्म जारी
  • लगातार बैटिंग ऑर्डर में बदलाव से परेशानी

नई दिल्ली. क्रिकेट के मैदान पर किस्मत कनेक्शन का बहुत अहम रोल होता है. सितारे आपके साथ है तो जहां आप बैट चलाते है गेंद वहीं गिरती है और सितारें उल्टी दिशा में चल रहे है तो आप खराब से खराब गेंद पर आउट हो जाते है . इन दिनों ये बात भारतीय कप्तानों पर बहुत बुरी तरह से लागू होती नजर आ रही है. ऐसा लग रहा है कि भारतीय कप्तानों पर शनि की दशा चल रही है और किसी भी फॉर्मेट में कप्तान रन बनाने के लिए जूझ रहा है .

पहले टेस्ट क्रिकेट में टेस्ट टीम के कप्तान रन बनाने के लिए जूझते नजर आए न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हो या ऑस्ट्रेलिया दौरा रोहित को शनि की महादशा परेशान करती रही अब यहीं दशा टी-20 टीम के कप्तान को भी परेशान कर रही है . पिछले दस पारियों में सूर्यकुमार यादव का रिकॉर्ड आप देखेंगे तो आप भी कहने पर मजबूर हो जाएंगे कि सितारें साथ नहीं है.

स्काई का सूर्यास्त !

मिस्टर 360 यानि कि टी-20 के कप्तान पर शनि की दशा ने मानो बल्ले को बांध दिया है . टी-20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनने के बाद से अब तक सूर्या बल्ला थामकर कुल 11 मैचों में मैदान पर उतरे हैं इस दौरान दाएं हाथ के बल्लेबाज के बल्ले से 22 की मामूली औसत से सिर्फ 242 रन निकले हैं. पिछली 11 इनिंग्स में सूर्यकुमार ने सिर्फ दो अर्धशतक जमाए हैं. यह आंकड़े चीख-चीखकर सूर्यकुमार की टी-20 इंटरनेशनल में बेबसी बता रहे हैं.टी20 इंटरनेशनल की पिछली 10 पारियों में सूर्यकुमार यादव ने क्रमश: 08, 29, 08, 75, 21, 04, 01, 00, 12 और 14 रन बनाए हैं. वैसे सूर्या ने अब तक अपने करियर में 81 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेल लिए हैं. इन मैचों की 77 पारियों में उन्होंने 39.33 की औसत और 167.70 के स्ट्राइक रेट से 2596 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 4 शतक और 21 अर्धशतक लगाए हैं.

बदलता बैटिंग ऑर्डर

सूर्यकुमार यादव के खराब फॉर्म की एक बड़ी वजह है लगातार बैटिंग ऑर्डर में बदलाव. इग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले तीन मैच में तीन अलग नंबर पर बल्लेबाजी कर चुके है. कोलकाता में कप्तान नंबर 3 पर उतरे तो वहीं चेन्नई में तिलक को नंबर 3 पर भेजा, राजकोट में वो फिर नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आ पहुंचे. पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कहा कि सूर्यकुमार जैसे बड़े मैच विनर को फिक्स नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए ताकि वो रन बनाने पर फोकस कर पाए.

सूर्य की रोशनी घरेलू क्रिकेट में हुई कम

टी-20 कप्तान  का बल्ला घरेलू क्रिकेट में भी बुरी तरह से फ्लॉप रहा था. सूर्या ने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खेले 5 मैचों में सिर्फ 26.4 की औसत से 132 रन बनाए थे. वहीं, विजय हजारे ट्रॉफी में भी भारतीय टी-20 कप्तान रनों के लिए तरसते हुए दिखाई दिए थे. सूर्या 9.8 की एवरेज से सिर्फ 38 रन ही बना सके थे सूर्या की गिरती हुई फॉर्म ने टीम मैनेजमेंट की टेंशन बढ़ा दी है। कप्तानी में तो सूर्यकुमार उम्मीदों पर लगातार खरे उतरे हैं पर बतौर बल्लेबाज वो शनि की काली छाया से नहीं निकल पा रहे है जिससे टीम पर बोझ बढ़ता जा रहा है.

घर -घर

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