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Explainer: क्या है वह चीनी ऐप, जिसके पीछे अमेरिकी भाग रहे हैं टिकटॉक बैन होने पर?

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टिकटॉक के बैन होने का वक्त नज़दीक आने के साथ ही अमेरिकी इंटरनेट यूजर्स नए ऐप की तलाश में हैं और इसमें एक बार फिर उन्होंने चीनी ऐप को ही चुना है, ऐसा लग रहा है. श्याओहोंगशु, जिसे अंग्रेजी में रेडनोट कहते हैं, नाम…और पढ़ें

टिकटॉक बैन होने की स्थिति में अमेरिकी यूजर्स नए चीनी ऐप की ओर भाग रहे हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक का बैन होना लगभग तय है. ऐसे में अब बहुत से टिकटॉक यूजर्स उसके विकल्प की तलाश में हैं. और ऐसा लगता है कि उन्होंने विकल्प खोज लिया है. भारी संख्या में अमेरिकी युवा एक चीनी सोशल मीडिया मंच श्याओहोंगशु की ओर रुख कर रहे हैं. इसका अंग्रेजी नाम रेडनोट है और हाल ही में इसके डाउनलोड किए जाने की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है. आखिर में यह ऐप है क्या और लोग इसे क्यों अपना रहे हैं? इस ऐप में ऐसा क्या है जो लोग अन्य विकल्पों को छोड़ कर इसके पीछे जा रहे हैं?

क्यों बैन हो रहा है टिकटॉक?
कानून के मुताबिक टिकटॉक की मालिक कंपनी बाइटडांस को अपनी अमेरिकी सम्पत्ति बेचनी थी, लेकिन ऐसा करने से इनकार करने पर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में यह फैसला दिया है कि ऐसे में टिकटॉक बैन का प्रस्ताव इसी सप्ताहांत लागू हो जाएगा. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वे टिकटॉक बैन के फैसले पर शपथ लेते ही, यानी सोमवार को पुनर्विचार करेंगे. जबकि टिकटॉक ने भी ऐलान किया है कि वह अब रविवार से 17 करोड़ यूजर्स के लिए “डार्क” होने जा रहा है.

सारे रास्ते बंद होते दिख रहे हैं
दिलचस्प बात ये है कि बाइटडांस ने विनिवेश करने से इनकार कर दिया है, जबकि बहुत से अमिरीकी निवेशक इसे खरीदने की इच्छा जताई है. वहीं दिलचस्प बात ये है कि संसद टिकटॉक पर बैन लगाने पर मुहर लगा चुकी है और अब फैसला राष्ट्रपति को लेना है और सुप्रीम कोर्ट के रास्ते बंद हो चुके हैं. वहीं जिस कानून की वजह से बैन लगा है उसे दोनों ही अमेरीकी पार्टियों का समर्थन है.

टिक टॉक के बैन होने से 17 करोड़ यूजर्स प्रभावित हो रहे हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)

विकल्प की तलाश
ऐसे में 17 करोड़ यूजर्स के लिए एक तरह का संकट खड़ा हो गया है और उनमें से कई यूजर्स ने एक अन्य चीनी ऐप श्याओहोंगशु यानी रेडनोट की ओर रुख कर रहे हैं. 2013 में बने इस ऐप को चीन का इंस्टाग्राम माना जाता है और न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक यह 20 से 40 साल की उम्र की युवा महिलाओं में खासा लोकप्रिय हो रहा है. वहीं एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक इसका उपयोग लोग उत्पादों के लिए सर्च इंजन, यात्रा और रेस्टोरेंट्स की सिफारिश, मेकअप और स्किनकेयर टुटोरियल्स के लिए अधिक इस्तेमाल करते हैं.

चीन में बहुत खास नहीं है ये ऐप
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार वेबसाइट ट्रैफिक ट्रैकर सिमिलर वेब का कहना है कि दिसंबर तक इस मंच पर 85 फीसदी ट्रैफिक चीन से था और 30 करोड़ यूजर्स होने के बाद भी यह चीनी एप डोउयिन से काफी छोटा है, जबकि वह टिकटॉक का चीनी संस्करण माना जाता है. इसी तरह से रोडनोट वाइबो से भी छोटा जिसे चीन का एक्स माना जाता है. लेकिन चीन के बाहर रेडनोट की लोकप्रियता स्थिति बदल सकती है.

हैरानी की बात ये है कि टिकटॉक के विकल्प के तौर पर लोग इस बार भी चीनी ऐप पसंद कर रहै हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)

अभी साफ नहीं हैं कई बातें
चीन में हर ऐप पर वहां की सरकार भारी प्रतिबंध लगाती है और इसी लिए वहां हर ऐप के देसी और विदेशी संस्करण देखने को मिलते हैं. बाइटडांस  के टिकटॉक (इंटरनेशनल) और डोऊयिन इसी की मिसाल हैं. लेकिन श्याओहोंगशु या रेडनोट के साथ ऐसा ही नहीं है, अभी रेडनोट चीनी सामग्री को अलग नहीं कर रहा है और ना ही चीनी फोन के इस्तेमाल की शर्त रखी गई है.

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चीनी एप पर जो पाबंदियां हैं उसकी आदत अमेरिकी यूजर्स को नहीं है. इसके अलावा एक मुद्दा पैसे को लेकर भी होगा. टिकटॉक और रेडनोट दोनों के नियम कुछ अलग हैं. लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि अमेरिकी कंपनियों के लिए यह एक तरह का संकेत है कि उनके उत्पाद कितने आकर्षक हैं यह समझने की जरूरत है.

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