Mauni Amavasya 2025: पितरों का पाना है आशीर्वाद? मौनी अमावस्या पर कर लें तिल से जुड़े 3 उपाय, होगा लाभ!
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Mauni Amavasya 2025 Ke Upay : मौनी अमावस्या के दिन किए गए ये उपाय निश्चित रूप से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और पितरों की कृपा प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं.
मौनी अमावस्या 2025
हाइलाइट्स
- माघ मास की अमावस्या को ‘मौनी अमावस्या’ कहा जाता है.
- यह दिन पितरों के तर्पण और विशेष उपायों के लिए जाना जाता है.
Mauni Amavasya 2025 Ke Upay : माघ मास की अमावस्या को ‘मौनी अमावस्या’ कहा जाता है, जो विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है. यह दिन पितरों के तर्पण और विशेष उपायों के लिए जाना जाता है. इस दिन को महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के रूप में भी मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपायों को करके व्यक्ति न सिर्फ अपने पितरों को प्रसन्न कर सकता है, बल्कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों से भी निजात पा सकता है. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
मौनी अमावस्या पर तिल से जुड़े कुछ विशेष उपायों का उल्लेख ज्योतिष शास्त्र में किया गया है, जो पितृ दोष दूर करने और जीवन में समृद्धि लाने में सहायक होते हैं. खासतौर पर तिल का दान, यह दिन किसी व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है.
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तिल के उपाय
1. भगवान विष्णु की पूजा और तिल दान: मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और फिर काले तिल का दान किसी गरीब व्यक्ति या मंदिर में जरूर करें. धार्मिक मान्यता है कि तिल का दान करने से व्यक्ति के पितृ दोष दूर होते हैं और उसे मृत्यु के बाद बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है.
2. पवित्र नदी में स्नान और शिव अभिषेक: यदि आप अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करें और एक लोटे में जल व काले तिल डालकर भगवान शिव का अभिषेक करें. इस उपाय से न केवल शिव की कृपा मिलती है, बल्कि पितृ दोष भी समाप्त होता है और जीवन में सुख-शांति आती है.
3. शनि दोष का निवारण: अगर आपकी कुंडली में शनि दोष की समस्या हो, तो मौनी अमावस्या के दिन काले तिल का दान विशेष रूप से लाभकारी होता है. यह उपाय शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने में मदद करता है.
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मौनी अमावस्या 2025 का शुभ मुहूर्त
मौनी अमावस्या की तिथि 28 जनवरी 2025, रात 07 बजकर 35 मिनट से शुरू होगी और 29 जनवरी को शाम 06 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी. इस दिन का महत्व अधिक बढ़ जाता है, यदि सही समय पर इन उपायों को किया जाए.
27 जनवरी, 2025, 11:09 IST
पितरों का पाना है आशीर्वाद? मौनी अमावस्या पर कर लें तिल से जुड़े 3 उपाय!