Storm Cyclone On Exoplanet: 33000 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा तूफान, पृथ्वी पर हवाओं की ऐसी स्पीड ला देगी प्रलय, वैज्ञानिक भी हैरान
एजेंसी:News18hindi
आखरी अपडेट:
Fastest Wind: वैज्ञानिकों ने WASP-127b नामक एक विशाल गैसीय ग्रह पर 33,000 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली ‘सुपरसोनिक हवाओं’ का पता लगाया है. यह सौरमंडल से बाहर दर्ज की गई सबसे तेज हवाएं हैं.
हाइलाइट्स
- अंतरिक्ष में 33,000 किमी/घंटा की हवाएं मिलीं हैं
- सौरमंडल के बाहर एक ग्रह पर यह तूफान चल रहा है
- ग्रह के वायुमंडल में जलवाष्प और CO2 मौजूद हैं
वॉशिंगटन: छोटे तूफान भी भारी तबाही मचा देते हैं. पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली हवाओं की रफ्तार 407 किमी प्रति घंटे थी. लेकिन वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसे तूफान का पता लगाया है, जिसमें हवाएं 33,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. खगोलविदों ने सौरमंडल के एक बाहरी ग्रह पर ‘सुपरसोनिक जेटस्ट्रीम’ का पता लगाया है. यह अंतरिक्ष में अब तक की सबसे तेज हवाएं हैं. यह ऐसा मौसम है, जो अगर धरती पर हो तो जीवन मुश्किल हो जाए. पृथ्वी से 500 प्रकाश वर्ष दूर पर WASP-127b ग्रह मौजूद है. यह एक विशाल गैसीय ग्रह है. यह ग्रह बृहस्पति से थोड़ा ज्यादा बड़ा है. लेकिन इसका द्रव्यमान बहुत कम है.
2016 में इस विशाल ग्रह को खोजा गया था. इस ग्रह के भूमध्य रेखा पर मजबूत हवाओं का एक बड़ा बैंड है, जो हमारे सौरमंडल के गैसीय ग्रहों पर दिखने वाली धारियों की ही तरह है. हालांकि इन हवाओं की गति अभी तक रहस्यमय थी. 21 जनवरी को ‘एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स’ जर्नल में इससे जुड़ा एक अध्ययन प्रकाशित हुआ, जिसमें हवाओं की गति बताई गई. चिली में मौजूद यूरोपीय साउदर्न ऑब्जर्वेटरी (ESO) के एक विशाल टेलीस्कोप (VLT) की मदद से वैज्ञानिकों ने इन हवाओं की गति मापी.
9 KM प्रति सेकंड है स्पीड
इस स्टडी की प्रमुख लेखिका, जर्मनी के गॉटिंगन यूनिवर्सिटी की एस्ट्रोफिजिसिस्ट लिसा नॉर्टमैन हैं. उन्होंने कहा, ‘ग्रह के वायुमंडल का एक हिस्सा हमारी ओर बहुत तेज गति से बढ़ रहा है, जबकि दूसरा हिस्सा समान गति से दूर जा रहा है. यह संकेत है कि ग्रह के भूमध्य रेखा पर एक बहुत तेज जेट स्ट्रीम है.’ WASP-127b पर हवाओं की रफ्तार 9 किलोमीटर प्रति सेकंड है. यह 5वीं श्रेणी के तूफान की सीमा से 130 गुना तेज है. नासा के मुताबिक यह नेप्च्यून ग्रह के सबसे बड़े जेटस्ट्रीम में हवाओं की तुलना में लगभग 18 गुना तेज है, जो 1800 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. यह सौर मंडल में दर्ज की गई सबसे तेज हवा है.
ग्रह के तापमान को लेकर क्या मिला?
शोधकर्ताओं ने इस ग्रह के वायुमंडल से गुजरने वाले प्रकाश का विश्लेषण करके WASP-127b के बादलों की संरचना निर्धारित की. इससे पता चला कि घूमते बादलों में जलवाष्प और कार्बन डाइऑक्साइड दोनों मौजूद हैं. हालांकि ये दोनों यौगिक पृथ्वी पर जीवन से जुड़े हैं. VLT की ओर से इकट्ठा किए गए तापमान डेटा से पता चला कि WASP-127b के ध्रुवीय क्षेत्र ग्रह के बाकी हिस्सों की तुलना में ठंडे हैं और ग्रह के दिन और रात के तापमान में मामूली अंतर है. फिलहाल, VLT जैसे ग्राउंड आधारित टेलीस्कोप ही दूर के ग्रहों के हवाओं की स्पीड माप सकते हैं.
नई दिल्ली,नई दिल्ली,दिल्ली
26 जनवरी, 2025, 2:23 अपराह्न IST
33000 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा तूफान, वैज्ञानिक भी देख हैरान